Wednesday, July 22, 2020

Tally Starting Screen

टैली में कार्य प्रारंभ करने के पूर्व टैली स्क्रीन के विभिन्न कंपोनेंट्स के साथ अपने आपको परिचित कर लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस स्क्रीन  में शामिल विभिन्न कम्पोनेंट्स निम्नानुसार होते हैं।

1. Title Bar :- Tally का Version दिखाता है ।

2. Horizontal button bar :– Language key,Key board  और Tally help को select करने का आप्शन  प्रोवाइड करता है।

3. Minimise button :- स्टैंडर्ड विंडोज आपरेटिंग सिस्टम्स फंक्शन निष्पादित करता है, हमें टैली को मिनिमाइज करने और अन्य एप्लिकेशन्स पर कार्य करने की  अनुमति देता है। टैली को रीस्टोर करने के लिए टास्कबार पर टैली के आइकॉन को क्लिक करें।

4. Gateway of Tally :- मेन्यूज, स्क्रीन्स, रिपोर्टस् प्रदर्शित करता है तथा उन विकल्पों व आंप्शन्स को स्वीकार करता है,जिन्हें हम डेटा
को अपनी इच्छानुसार देखने हेतु चुनते हैं।

5. Button tool bar :- टैली के साथ त्वरित सहभागिता प्रदान करने वाले बटन्स दर्शाता है। केवल वे ही बटन्स दिखाई देते हैं जो वर्तमान कार्य से संबंधित होते हैं।

6. Calculator  :- कैलक्यूलेटर का प्रयोग कैलकुलेशन करने के लिए किया जाता है।

7. Bottom Pen :- Version , रिलीज संबंधी डिटेल , वर्तमान दिनांक व सिस्टम टाईम दर्शाता है।

8. Language Button :– यूजर को लैंग्वेज कॉन्फ़िगर करने की अनुमति देता है।

9. Keyboard Button :- यूजर को फोनेटिक कीबोर्ड हेतु लैंग्वेज कॉन्फ़िगर करने की अनुमति देता है।



Wednesday, July 15, 2020

Golden Rules of Accounts (अकाउंटिंग के नियम)

Transaction करते समय, हमें डेबिट या क्रेडिट साइड का फैसला करना होता है। इसके निम्नलिखित नियम हैं

Personal Accounts  (व्यक्तिगत खाते )

पाने वाले को डेबिट

देने वाले को क्रेडिट

Debit : The Receiver or Debtor

Credit : The Giver or Creditor

Real Accounts(वस्तुगत खाते )

जो वस्तु व्यापार में आए उसे डेबिट करो

जो वस्तु व्यापार से जाए उसे क्रेडिट  करो

Debit : What comes in

Credit : What goes out

Nominal Accounts(नाममात्र के खाते )

समस्त प्रकार के खर्चे और हानियों को डेबिट करो

समस्त प्रकार के आय  और लाभों को क्रेडिट  करो

Debit : All Expenses & Losses

Credit : All Incomes & Gains

Tuesday, July 14, 2020

Excel Sheet पर Password लगाना*

*Excel Sheet पर Password लगाना
 
Step: #1 सबसे पहले एक्सल ओपन करके वर्कबुक तैयार करें. या फिर आप पहले से बनी हुई किसी अन्य एक्सल शीट का उपयोग भी इस कार्य के लिए कर सकते है. इसके लिए एक्सल शीट को ओपन कर लिजिए.

 Step: #2 अब बाएं कोने में ऊपर स्थित ऑफिस बटन पर क्लिक कीजिए फिर Prepare पर जाकर Encrypt Document पर क्लिक करें.

 Step: #3 ऐसा करने पर आपके सामने Encrypt Document नाम का डायलॉग़ बॉक्स ओपन होगा. यहाँ पर आप पासवर्ड एंटर करें और OK दबाएं.

 Step: #4 OK दबाने के बाद पासवर्ड कंफर्म करने के लिए दुबारा एंटर कीजिए. और ओके दबाएं.

 Step: #5 इसके बाद वर्कबुक को सेव करके बंद कर दें. अब आपकि वर्कबुक पासवर्ड से सुरक्षित हो चुकि है. इसे जाँचने के लिए इस वर्कबुक को दुबारा ओपन कीजिए. आप देखेंगे कि आपके सामने एक पासवर्ड बॉक्स आ रहा है.

 Step: #6 इस बॉक्स में सेट किया हुआ पासवर्ड एंटर करे और ओके दबाएं. आपकी वर्कबुक खुल जाएगी. 
 

Monday, July 13, 2020

Desktop के main Icons को Hide and Show करना*

*Desktop के main Icons को Hide and Show करना*
         *Window 7  और  Window 10*
1. Window7 
     Desktop के main Icons को लाने के लिए ये स्टेप बाय 
     स्टेप फॉलो करे 
   Desktop par right click
        Personalize
         Desktop icons
           Sab icons par click karenge aur ok 

2. Window10
    Sabse pehele setting par jayenge 
      Personalize and setting 
        Theme 
         Desktop icons
          Icons par click karke select karenge 
              Ok 
      
         
### *Desktop Icons को Hide और Unhide करना* 
 
Users जिस Icon को Desktop पर नही लाना चहाता हो या 
 फिर ज्यादा Icons हो जाते हैं तो Delete कर देते हैं. लेकिन, इसका दूसरा तरीका भी हैं. हम Desktop Icons को Hide कर सकते हैं. ऐसा करने के लिए
 

 Step: 1 सबसे पहले Desktop कि खाली जगह पर Right-Click कीजिए.
 Step: 2 अब विकल्पो में से पहले View फिर Show Desktop Icon पर क्लिक कीजिए.
 Step: 3 ऐसा करते ही सभी Icon Hide हो जाऐगे.
 Step: 4 Icons को Unhide 

Thursday, July 9, 2020

Difference between RAM and ROM Memory*

* Difference between RAM and ROM Memory*
 
RAM Memory (रैम मेमोरी) 1. यह रैंडम एक्सेस मेमोरी है | 
 2. इसमें यूजर द्वारा सूचनाओं को लिखा व पढ़ा जा सकता है| 
 3. यह कंप्यूटर की volatile मेमोरी होती है| 
 4. कंप्यूटर के बंद होते हैं इसमें संग्रह की सूचनाएं नष्ट हो जाती हैं| 
 5. इसमें सूचनाओं को पढ़ने एवं लिखने का कार्य यूज़र द्वारा होता है| 
 6. यह दो प्रकार के होते हैं स्टेटिक रैम और डायनामिक रैम| 
 

 

 ROM Memory (रोम मेमोरी) 
 1. यह रीड ओनली मेमोरी है| 
 2. इसमें यूज़र द्वारा सूचनाओं को केवल पढ़ा जा सकता है| 
 3. यह कंप्यूटर की नॉन वोलेटाइल मेमोरी है| 
 4. कंप्यूटर के बंद होने पर भी इस में संग्रहित सूचनाएं यथावत बनी रहती हैं| 
 5. इसमें सूचनाएं लिखने का कार्य कंप्यूटर निर्माता कंपनी के द्वारा होता है जैसे बायोस प्रोग्राम| 
 6. यह तीन प्रकार के होते हैं PROM, EPROM, EEPROM

Sunday, July 5, 2020

लैपटॉप की बैटरी लाइफ (Battery Life) कैसे बढ़ाये*

*लैपटॉप की बैटरी लाइफ (Battery Life) कैसे बढ़ाये* 
 
#1 Use Power Saver Mode Always! :- अगर आप अपने लैपटॉप की बैटरी लाइफ (Battery Life) को बढ़ाना चाहते हो तो ज्यादातर Power Saver Mode को ही use करे. ज्यादातर लोग इसकी जगह Balanced plan use करते है. जिसमे Dim Display, Turn Off Display timing भी काफी कम होता है. और जिसकी वजह से आपकी battery काफी use होती है.तो अगर आप चाहते हो की आपके लैपटॉप की बैटरी काफी टाइम तक चले, तो हो सके तो ज्यादातर Power Saver Mode को ही use करे.
 

 #2: Empty CD/DVD Drivers! :- बहुत से लोग हमेसा अपने लैपटॉप में CD/DVD को insert रखते हैं, जिससे आपके बैटरी बैकअप पर काफी असर पड़ता है. अपने लैपटॉप के CD/DVD Drive को हमेशा empty रखे. और जब कोई काम हो तभी उसमे CD/DVD को insert करें। क्युकी आपके लैपटॉप का CD/DVD Driver काफी battery use करता है.
 

 3: Don’t Use Screensaver! :- ज्यादातर लोग अपने Windows लैपटॉप में Screensaver को आज भी use करते हैं. 😖 क्या आप भी करते है? अगर आपको अपने लैपटॉप की बैटरी की जरा भी फ़िक्र है, तो उसको आज ही off कर दीजिये। screensaver off करने के लिए नीचे बताये गए steps को follow करे.सबसे पहले अपने desktop पर right click करके personalize में जाये।Click on Screensaver > Choose (NONE) click ok.
 

 #4: Update Software & Drivers! :- अपने Windows लैपटॉप के software or Drivers को हमेसा up to date रखे, इससे आपके लैपटॉप की battery life increase होने के साथ साथ आपके लैपटॉप की performance भी increase होगी।
 

 #5: Do Not Multi Tasking! :- Plug out के बाद ज्यादा multi tasking ना केरे। i mean अपने लैपटॉप को charger से disconnect करने के बाद एक बारे में ज्यादा applications & softwares को ओपन ना करे, इससे आपकी बैटरी जल्दी डाउन हो जाएगी। अगर हम एक साथ कई सारी applications खोल लेते है तो उसका असर भी लैपटॉप कि बैटरी पर पढ़ता है तो ध्यान रखीऐ  कि जब भी आप लैपटॉप में कोई applications खोले तो 1-2 से ज्यादा ना खोले 
 

Thursday, July 2, 2020

Pen Drive को Bootable बनाना!

Pen Drive को Bootable बनाना! 


आज के समय में हर किसी को कंप्यूटर मे विंडो डालना आता है बस बूटेबल सीडी लगाओ ओर विंडो डाल लो लेकिन जब बात किसी ऐसे सिस्टम मे विंडो डालने की आती है जिसमे डीवीडी रोम खराब होता है या उनमे डीवीडी ड्राइव होती ही नही तो ऐसे हलात मे हर कोई विंडो नही डाल पाएगा क्योकि ऐसे सिस्टम मे विंडो पैन ड्राइव से डाली जाती है ओर जहां तक मेरा खयाल है काफी लोगो को पैन ड्राइव से विंडो डालने की जानकारी नही होगी



आज मै आपको बताउगा कि पेन ड्राइव से विंडो डालने कि पुरी जानकारी लेकर आया हु क्योकि आजकल बाजार मे बहुत से ऐसे नेटटॉप आ रहे है जिसमे डीवीडी ड्राइव नही होती उसमे बस आप पैन ड्राइव की साहयता से ही उसमे विंडो डाल सकते है।
अब मै आपको बताता हु कि कैसे आप पैन ड्राइव की साहयता से विंडो डाल सकते है। पैन ड्राइव से विंडो डालने के लिए सबसे पहले आप अपनी पैन डाइव को बूटेबल बनाऐंगे। पैन ड्राइव को बूटेबल बनाने के लिए सबसे पहले आप अपनी पेन ड्राइव को सीपीयू में लगा दे और उसके बाद विंडो XP की बूटेबल सीडी डीवीडी ड्राइव में डाल दे इसके बाद आपको यहां क्लिक करके एक टूल डाउनलोड करना होंगा ये एक जिप फाइल है डाउनलोड करने के बाद इस फाइल को अनजिप करें ओर इसके अन्दर दी Win To Flash फाइल को डबल क्लिक करके खोले



फाइल खोलने के बाद आपकी स्क्रीन पर एक वेलकॉम का मेसेज आएगा जैसा आप चित्र में देख रहे है



इसके बाद फोटो के अनुसार लिस्ट पर क्लीक करके विंडो XP का ओपशंस चुन ले और नेक्स्ट पर क्लीक कर दे फिर आगे आपको पेन ड्राइव का पाथ और और डीवीडी ड्राइव का पाथ देना है जिस ड्राइव में आपकी पेन ड्राइव लगी है और जिस ड्राइव में आपने विंडो XP की सीडी डाली हुई है उसका पाथ देना है पाथ देने के बाद रन पर क्लीक करदे



इसके बाद फोटो के अनुसार License and agreement पर क्लीक कर के Continue पर क्लीक कर दे




फिर फोर्मेट ड्राइव के उस मेसेज पर ओके कर दे




ओके करते ही विंडो की फाइल पेन ड्राइव में कॉपी होना शुरू हो जाएगी


सारा काम फिनिस होने के बाद आपकी पेन ड्राइव विंडो डालने के लिए बिलकुल तेयार है आप पेन ड्राइव से किसी भी सिस्टम में विंडो डाल सकते है लेकिन ध्यान रहे जिस सिस्टम में  पेन ड्राइव से विंडो डालने जा रहे है उसमे बूटेबल वाले ओपशंस में पेन ड्राइव का ओपशंस होना चाहिए वेसे आजकल हर सिस्टम में ऐसा ओपशंस होता है जो मैंने आपको ऊपर टूल दिया है उसकी सहयता से आप किसी भी विंडो की बूटेबल पेन ड्राइव आराम से बना सकते हो

Wednesday, July 1, 2020

कम्प्यूटर Extra Knowledge

(1.) आपने अपने कंप्यूटर के डेक्सटॉप पर हर एक सोफ्टवेयर वगैरा के आयकन के साथ शोर्टकट एरो भी देखे होंगे। जिन्हें आप चित्र में भी देख सकते हैं। इन्हें हटाना भी आसान है ,लेकिन ज्यादातर लोगों को इसका ज्ञान नही होता। आइये मै आपको इसका तरीका भी बता देता हूँ। 
 
1. नीचे दिए गए तरीके से स्टार्ट रेजिस्ट्री  एडिटर

start >> run >> type "regedit">> press enter

2. निचे दी हुयी रेजिस्ट्री लाइन खोलिए 
 
HKEY_CLASSES_ROOT -> lnkfile
 
अगर आप ऊपर दी हुयी लाइन ढूढ़कर उसकी फ़ाइल  डिलीट कर दे और सिस्टम रीस्टार्ट करदे काम हो गया

(2). विंडोज स्टार्टअप के दौरान स्वयं का मैसेज दिखाएँ
 विंडोज स्टार्टअप के दौरान स्वयं का मैसेज निम्न स्थितियों में सहायक होगा-

1 . अपनी अनुपस्थिति में दोस्त द्वारा सिस्टम  को यूज करने पर स्टार्टअप के दौरान कुछ विशेष मैसेज या चेतावनी देना चाहते हों।
2 . विंडोज स्टार्टअप के दौरान विशेष मैसेज (Quatation) प्रदर्शित करना चाहते हों।

विंडोज स्टार्टअप के दौरान स्वयं का मैसेज इस प्रकार दिखा सकते हैं-
    सबसे पहले स्टार्ट मेनू में जाकर 'Run' कमांड खोलें।
    इसके बाद यहाँ 'REGEDIT' टाइप करें और 'ENTER' दबाएँ।
    इसके बाद रजिस्ट्री एडिटर के इस पाथ पर जाऐ- HKEY_LOCAL_MACHINE\SOFTWARE\Microsoft\Windows\CurrentVersion\policies\system , यहाँ आपको दो स्ट्रिंग वैल्यू मिलेंगी - legalnotice caption तथा legalnoticetext . पहले  'legalnoticec 
aption' पर डबल क्लिक करें तथा यहाँ 'Value Data' के अन्दर 'Info' लिखें, इसके बाद 'legalnoticetext' पर डबल क्लिक करें तथा यहाँ 'Value Data' के अन्दर अपना पूरा मेसेज लिखें।
इसके बाद अपने कंप्यूटर को रिस्टार्ट करें और स्टार्टअप के दौरान अपना मैसेज देखें।

Friday, June 26, 2020

आधार कार्ड में मोबाइल नंबर को अपडेट करने का तरीका क्या है

आधार कार्ड में मोबाइल नंबर को अपडेट करने का तरीका 
यदि आप भी घर बैठे अपने आधार कार्ड में अपना मोबाइल नंबर बदलना चाहते हैं तो भूल जाइए, क्योंकि ऐसा संभव नहीं है। आप खुद से आधार कार्ड में मोबाइल नंबर अपडेट नहीं कर सकते। आधार कार्ड में मोबाइल नंबर अपडेट सिर्फ आधार सेंटर से ही होगी। तो अब सवाल यह है कि अपने घर के पास आधार सेंटर की जानकारी कैसे मिलेगी। आइए जानते हैं.... 
 आप अपने मोबाइल से ही घर बैठे पता लगा सकते हैं कि आपके आसपास आधार सेंटर कहां है तो सबसे पहले अपने फोन के ब्राउजर में https://uidai.gov.in/ पर जाएं। इसके बाद आपको बायीं ओर Update Aadhaar का विकल्प मिलेगा। इस सेक्शन में Update Aadhaar at Enrolment/Update Center के विकल्प पर आपको क्लिक करना है। इसके बाद आपके सामने एक विंडो खुलेगी जिसमें आधार सेंटर सर्च करने के लिए state, postal pin code और search box के विकल्प मिलेंगे। इसके बाद आप अपनी सुविधानुसार विकल्प का चयन करके आधार सेंटर पर जा सकते हैं। 
 वहां जाने के बाद आपके आधार का ऑथेंटिकेशन होगा और आपसे आधार कार्ड में मोबाइल नंबर बदलने का आवेदन ले लिया जाएगा। 
 आवेदन के कुछ दिन बाद आपके आधार में नया मोबाइल नंबर अपडेट हो जाएगा। आप https://resident.uidai.gov.in/check-aadhaar-status पर जाकर भी अपडेट का स्टेटस चेक कर सकते हैं। 

Monday, June 22, 2020

एम.एस.वर्ड/ मेनू बार कि जानकारी

एम.एस.वर्ड को हम तीन तरीके से ओपन कर सकते है।

(1) Start->All Program->एम.एस.वर्ड पर माउस का लेफ्ट बटन क्लिक कर
(2) Start ->Run …पर क्लिक करने पर एक डायलॉग बॉक्स ओपन होता है। उस बॉक्स में winword type कर ok बटन पर क्लिक करे
(3) Desktop window पर मौजूद एम.एस.वर्ड के शॉर्टकट आइकॉन पर क्लिक करे|

एम.एस. वर्ड की विंडो खुलने पर नीचे दिए हुए चित्र की भाति दिखाई देती है ।



टाइटल बार (टाइटल बार):- इस विन्डो में सबसे ऊपर टाइटल बार होता है। जिसमें एप्लीकेशन का Logo, डॉक्यूमेंट का नाम, एप्लीकेशन का नाम और तीन कंट्रोल बटन दिखायी देते है।

de Menu Bar (मेनूबार):- इस विन्डो में टाइटल बार के नीचे मेनू बार दिखायी देता है। मेनू के अन्दर ऑप्शन पाये जाते है। ऑप्शन का प्रयोग कर कम्प्युटर को दिशा निर्देश दिया जाता है। ऑप्शन (कमांड्स) को उनके कार्य व्यवहार के अनुसार श्रेणीबद्ध कर दिया जाता है। जिन्हे मेनू कहते है

Standard Tool Bar :- यह टूल बार मेनू बार के नीचे होता है इसमें कमांड्स आइकॉन के रूप में दिखायी देती है जिनको यूजर देख कर अपने अनुसार प्रयोग कर सकता है।

जैसे कि New, Open, Save, Save as etc.

Formatting Tool Bar (फारमैेटिग टुल बार):- यह बार सामान्यतः स्टैण्डर्ड टूल बार के नीचे होता है। इसमें डॉक्यूमेंट को फॉर्मेटिंग से सम्बन्धित कमांड्स आइकॉन के रूप में दी होती हैं जिनको उपयोग कर डॉक्यूमेंट का दिखावट बदल सकते है।

Ruler Bar (रूलर बार):- यह बार फॉर्मेटिंग बार से नीचे होता है। इसका प्रयोग टैब सेटिंग तथा टेक्स्ट इंडेंटेशन के लिए प्रयोग करते है।

Status Bar (स्टेटस बार):- यह बार विन्डो के सबसे नीचे स्थिति होता है। यह डॉक्यूमेंट की वर्तमान स्थितिco को बताता है।
Spelling And Grammer(स्पेलिंग एण्ड ग्रामर):- यह एक बहुत ही उपयोगी ऑप्शन है, इस ऑप्शन के माध्यम से वर्ड डॉक्यूमेंट के अंदर लिखे हुए सभी शब्दों तथा वाक्यों की स्पेलिंग एवं ग्रामर सम्बंधित गलतियों का पता अपने आप लग जाता है, जिनको हम स्वयम सही कर सकते है अथवा वर्ड उन्हें अपने आप सही करने का ऑप्शन भी देता है

Word Cound(वर्ड काउन्ट):- इस ऑप्शन के माध्यम से डॉक्यूमेंट से जुड़े हुए सभी आँकड़े पता कर सकते है, जैसे की कितने अनुच्छेद, पंक्तियां, शब्द, अक्षर इत्यादि डॉक्यूमेंट में उपयोग में हुए है ।



Autocorrect(आटो करेक्ट):- जैसा की नाम से ही स्पष्ट है की इस ऑप्शन के माध्यम से गलत स्पेलिंग तथा ग्रामर सम्बंधित गलतियां अपने आप सही हो जाती है । शब्द और उनके सही फॉर्मेट पहले से सेट होते है जैसे ही आप उन्हें लिखना शुरू करते है, एम.एस.वर्ड सम्बंधित सही स्पेलिंग्स सुझाने लग जाता है तथा एंटर बटन प्रेस करके या स्पेस बार प्रेस करके वह शब्द अपने आप सही हो जाता है। ऑटो करेक्ट का डायलॉग बॉक्स नीचे दिखाया गया है -

Font-फॉन्ट के माध्यम से हम टेक्स्ट को भिन्न-भिन्न स्टाइल व तरीकों से लिख सकते है। इसका उपयोग डॉक्यूमेंट को सुन्दर बनाने, कुछ शब्दों पर फोकस डालने, तथा आवश्यकतानुसार किया जाता है । फॉन्ट डायलॉग बॉक्स के माध्यम से फॉन्ट नाम, स्टाइल, साइज इत्यादि बदल सकते है ।



Paragraph- पैराग्राफ के माध्यम से पैराग्राफ (अनुच्छेद) की फॉर्मेटिंग कर सकते है। Format मेनू में Paragraph ऑप्शन पर क्लिक करने पर पैराग्राफ डायलॉग बॉक्स खुलता है जिससे पैराग्राफ की फॉर्मेटिंग की जाती है



Columns:-
डॉक्यूमेंट बनते समय, टेक्स्ट को अलग अलग कॉलम में आवश्यकतानुसार लिखना पड़ सकता है, जैसा की न्यूज़पेपर, मैगज़ीन, पेम्पलेट इत्यादि में लिखा होता है । सर्वप्रथम टेक्स्ट लिखे तथा उसके पश्चात Format मेनू में Column ऑप्शन को सेलेक्ट करे, इससे एक डायलॉग बॉक्स खुलेगा जहाँ से आप कॉलम की संख्या निर्धारित कर सकते है। यह डायलॉग बॉक्स कुछ इस प्रकार का दिखाई देता है -



Change Case(चेन्ज केस):- इससे टेक्स्ट का केस बदल सकते है । इस ऑप्शन का चुनाव करने पर एक डायलॉग बॉक्स खुलता है जो नीचे प्रदर्शित किया गया है



Background(बैंक ग्राउन्ड ):- इस ऑप्शन का उपयोग कर आप डॉक्यूमेंट का बैकग्राउंड (पृष्टभूमि) बदल सकते है । इसके माध्यम से आप बैकग्राउंड में कोई भी रंग, बनावट, चित्र, फोटो इत्यादि डाल सकते है और डॉक्यूमेंट को और भी अधिक सुन्दर बना सकते है ।



Tabs: – वर्ड डॉक्यूमेंट में टैब ऑप्शन का उपयोग रिलेटिव मार्जिन सेट करने तथा एलाइनमेंट सेट करने के लिए होता है । साधारणता टैब ऑप्शन से लेफ्ट एलाइनमेंट में 0.5 इंच मार्जिन सेट होता है, इसे आप मैन्युअली चेंज कर सकते है ।

Text Direction(टेक्स्ट डायरेक्शन):- वर्ड डॉक्यूमेंट में Insert मेनू के माध्यम से जो टेक्स्ट बॉक्स इन्सर्ट किया जाता है उसके टेक्स्ट की दिशा बदलने के लिए इस ऑप्शन का उपयोग करते है

Sunday, June 21, 2020

Lenovo Ideapad Slim 3i Laptop

दोस्तों आज हम बात कर रहे है Lenovo  के अल्ट्रा स्लिम लैपटॉप के बारे में Lenovo Ideapad Slim 3i को लॉन्च किया है। इसे 26,990 रुपये की शुरुआती कीमत में लॉन्च किया गया है। यह लैपटॉप दो कलर ऑप्शन्स में उपलब्ध है प्लेटिनम ग्रे और अबेस ब्लू में लॉन्च किए गया हैं। Lenovo कम्पनी के लेपटॉप कि सेल आज कल  बहुत तेजी से हो रही है इन लैपटॉप को आप ई-कॉमर्स वेबसाइट Amazon.in और Lenovo के आधिकारिक ई-स्टोर से भा खरीद सकते  हो । Lenovo Ideapad Slim 3i को पहले सिंगापुर में लॉन्च किया गया था। यह लैपटॉप दो स्क्रीन साइजेज- 14 इंच और 15 इंच में आता है। इस लैपटॉप की खास बात यह है कि यह intel Core 10th Gen प्रोसेसर के साथ आता है।



Lenovo Ideapad Slim 3i के टेक्नीकल स्पेसिफिकेशन्स की बात करें तो ये Wi-Fi 6 जैसे लेटेस्ट कनेक्टिविटी फीचर के साथ आता है। इसमें दो USB 3.1 पोर्टस दिए गए हैं, जिसकी मदद से तेजी से डाटा ट्रांसफर किया जा सकता है। साथ ही इसमें एक HDMI पोर्ट, एक USB 2.0 पोर्ट, एक SD कार्ड रीडर स्लॉट और 3.5mm ऑडियो जैक (हेडफोन और माइक कॉम्बो) दिए गए हैं।

यह लेपटॉप बहुत ही प्रतिभाशाली है इस लेपटॉप को गेमिंग लेपटॉप कि रुप मे भी देखा जा सकता है बात करे  Lenovo Ideapad Slim 3i Laptop की तो यह लेपटॉप बहुत ही अच्छे डिजाइन के साथ आया है यह एक बहुत ही बेहतरीन लेपटॉप है

Ideapad Slim 3i में कोरोटाना सपोर्ट दिया गया है, जिसकी वजह से यूजर्स को इसे इस्तेमाल करने में आसानी होगी। ये Q कंट्रोल टेक्नोलॉजी के साथ आता है, जो इसे मैक्स मोड और स्टील्थ मोड में स्वीच कर सकता है। यह डॉल्वी ऑडियो सिस्टम को भी सपोर्ट करता है। लैपटॉप का वजन महज 1.6 किलोग्राम है और ये लेपटॉप बेहद ही पतले डिजाइन के साथ आया है। इसमें 7.5 घंटे का बैटरी बैक-अप दिया गया है। यह लैपटॉप 12GB तक DDR4 RAM को सपोर्ट कर सकता है।  जितनी ज्यादा रेम होगी उतना हीं फास्ट ये लेपटॉप काम करेगा ये 1TB तक के ड्यूल स्टोरेज हार्ड डिस्क ड्राइव को भी सपोर्ट कर सकता है। इसके हाई एंड वेरिएंट की कीमत भी किसी मिड रेंज के स्मार्टफोन से कम है। इसके हाई एंड वेरिएंट की कीमत 40,990 रुपये है

आपको इस लेपटॉप मे क्या अच्छा लगा और क्या नही मुझे कमेंट में बताइये

सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में कैसे शुरू कर सकते हैं निवेश?

सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में कैसे शुरू कर सकते हैं निवेश? कन्या समृद्धि योजना (SSY) बेटियों के लिए छोटी बचत योजना है. SSY को केंद्र सरकार...